कोरोना का नया रूप और भी खतरनाक, वैज्ञानिकों के समक्ष बड़ी चुनौती

 


हल्के में न लें कोरोना को, छोटी सी लापरवाही परिवार पर पड़ सकती है भारी


कोरोना का नया रूप और भी खतरनाक, वैज्ञानिकों के समक्ष बड़ी चुनौती

कोरोना वायरस को हल्के में न लें इसका स्ट्रेन यानी नया रूप पहले से भी कई खतरनाक है। जैसे जैसे यह वायरस घातक हो रहा है उतने ही लोग लापरवाह होते जा रहे हैं। न तो लोग मास्क लगाने की जिम्मेदारी का पालन कर रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का। बाजार सहित धार्मिक स्थलों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ नजर आती है, स्कूलों व कोचिंग सेंटरों पर भी स्टूडेंट्स की हलचल शुरू हो गई है मगर कहीं मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह नहीं है। सरकार द्वारा कानून बनाने के साथ मास्क लगाने की पाबंदी का सरकारी दफ्तरों में भी कोई विशेष असर नजर नहीं आ रहा। अधिकांश लोग खानापूर्ति करते नजर आते है। कोरोना से आये दिन हो रही मौतों के बावजूद लोग इसे गम्भीरता से क्यों नहीं ले रहे। जिस प्रकार शेर शिकार का शिकार करते समय दो कदम पीछे हटकर अटैक करता है उसी प्रकार कोरोना भी रुक कर व धीमा पड़कर अचानक तेज गति से अटैक कर रहा है वो भी नये नये रूप में। किसी भी व्यक्ति की छोटी सी लापरवाही उसके पूरे परिवार पर भारी पड़ सकती है। घर के एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर इसका प्रसार तेजी से होता है। घर में बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी, भाई-बहन, बच्चों को चपेट में ले सकता है। सरकारें अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है मगर हम इसे लेकर सतर्क नहीं हैं। लोग यह जानकर खुश हो रहे हैं कि वैक्सीन की ट्रायल शुरू हो गई है, मगर जब तक टीकाकरण के परिणाम सकारात्मक नहीं आ जाते तब तक लोगों को खासतौर पर सतर्क रहने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि दुनिया में जब कोरोना महामारी आई तो तमाम देशों के वैज्ञानिक इस महामारी के खिलाफ वैक्सीन में जुट गए। कड़ी मेहनत के बाद कई देशों के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन भी तैयार कर ली है, लेकिन अब वैज्ञानिकों के सामने एक नई समस्या आ रही है जिसकी पहले भी कई बार आशंका जताई जा चुकी थी। कोरोना महामारी के खिलाफ टीका बनने के बाद ऐसा लग रहा था कि शायद अब दुनिया में सब कुछ पहले जैसा हो जाएगा, लेकिन यूनाइटेड किंगडम और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना संक्रमण के नए मामलों ने वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है। यहां हाल में शोध में पाया गया है कि कोरोना वायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है और वायरस का बदला हुआ रूप ज्यादा खतरनाक हो सकता है। सबसे पहले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का मामला ब्रिटेन में देखने को मिला था, जिसके बाद वैज्ञानिकों में हड़कंप मच गया। ब्रिटेन में नए कोरोना स्ट्रेन का मामला सामने आने के बाद ऐहतियात के तौर पर सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया है और कई उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया है। वैज्ञानिकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि यदि कोरोना वायरस म्यूटेट होकर नया स्ट्रेन तैयार कर रहा है तो ऐसे में कोरोना वैक्सीन बेअसर तो नहीं हो जाएगी। बताया जा रहा है कि वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा खतरनाक हो सकता है। ब्रिटिश स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने देश में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को 'नियंत्रण से बाहर' बताया। ऐसे में यह नया स्ट्रेन तेजी से फैलता है तो ज्यादा लोग बीमार पड़ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हर वायरस में लगातार म्यूटेशन होता रहता है यानि लगातार अपना रूप बदलते रहता है। अधिकतर वायरस म्यूटेट होने के बाद खुद ही मर जाते हैं और ज्यादा लंबे समय तक जीवित नहीं रहते हैं। लेकिन कुछ वायरस ऐसे भी होते हैं जो म्यूटेट होने पर ज्यादा खतरनाक और मजबूत हो जाते हैं। ऐसे में वायरस का नया रूप यानि स्ट्रेन तेजी से बीमारी फैला सकते हैं। ऐसे में कुछ महीनों के लिए हमें और धैर्य रखने की बात है।समझो भारत न्यूज से प्रदेश प्रभारी लाल चंद हिनूनिया राजस्थान

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