भीलवाड़ा, राजस्थान (भैरू सिंह राठौड़) देश में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले "मीडिया" से जुड़े भीलवाड़ा जिले के कालियास कस्बे के युवा एवं जागरूक निडर पत्रकार भैरु सिंह राठौड़
ने अपने आत्मविश्वास से जीवन में पत्रकारिता के सफर में कई उतार चढ़ाव देखते हुए एक होकर से समाचार पत्र का व्यवसाय करके कई चुनौतियों का सामना करते हुए पत्रकार बनने तक का सफर तय
किया है। अपने कस्बे में सन् 2000 में भारत न्यूज एजेंसी से समाचार पत्र वितरण का काम शुरू किया था। पत्रकार राठौड़ को जीवन में शुरू से लेखन कार्य में रुचि थी तब समाचार पढ़ने के साथ साथ
लेखन कला में रुचि को देखते हुए राठौड़ ने दैनिक भास्कर व दैनिक नवज्योति के "अपनी बात" स्तंभ में एक पाठक के रूप में देश के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार लिखते रहे। युं तो राठौड़ ने देश के कई
मुद्दों पर अपने विचार लिखें, पर राठौड़ ने सन् 2001 में दैनिक नवज्योति के अपनी बात स्तंभ में "पोटो से देश सुरक्षित" विषय पर अपने देशभक्त विचार लिखे, तब वो विचार जयपुर के 82 वर्षिय
वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी सूर्यप्रकाश गुप्ता को इतने विचारणीय लगे कि तब उन्होंने पत्रकार राठौड़ को उत्साहित करते हुए एक शुभकामना और बधाई पत्र भेजा। राठौड़ के जीवन में बस यही टर्निंग
प्वाइंट साबित हुआ। फिर राठौड़ ने पिछे मुडकर नहीं देखा। सन् 2002 में दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी करके पत्रकारिता के क्षेत्र में सफलतापूर्वक प्रथम श्रेणी में प्रमाण पत्र हासिल
किया। प्रमाणपत्र हासिल करके दैनिक समाचार पत्र "दैनिक नवज्योति" में अपनी पत्रकारिता की शुरुआत की। प्रमाणपत्र के आधार पर राठौड़ को दैनिक नवज्योति समाचार पत्र का अपने कस्बे
"कालियास" का संवाददाता नियुक्त कर दिया गया था। तभी से राठौड़ ने पिछे मुडकर नहीं देखा। कहते हैं आज के युग में सच्चाई लिखना बहुत से लोगों को हज़म नहीं होती है। ठीक यही राठौड़ के
साथ भी हुआ। सन् 2006 में कालियास पंचायत के सरपंच के काले कारनामों को समाचार के जरिए दैनिक नवज्योति में जनता के सामने रखा था तब कालियास के तत्कालीन सरपंच के गुंडों, असामाजिक
तत्वों, दबंगों ने पत्रकार राठौड़ के आॅफिस में आकर जबरदस्त कातिलाना हमला कर दिया था। जिसकी जिले के समस्त पत्रकारों व पत्रकार संगठनों ने कड़ी निन्दा करते हुए कारवाई की मांग की।
कालियास कस्बे में इन गुंडों और असामाजिक तत्वों का इतना आतंक था कि कोई भी व्यक्ति इनके खिलाफ पुलिस में जाने से कतराता था। लेकिन पत्रकार राठौड़ ने हिम्मत नहीं हारी और जैसे
तैसे आसींद पुलिस थाने पहुंचकर इनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। यह बात अलग थी कि तब राठौड़ को येन-केन प्रकारेन आसींद थाने में जाने से रोकने के लिए अभियुक्तों ने कालियास से
आसींद पहुंचने तक पीछा किया। लेकिन सत्ता और पुलिस की सांठ-गांठ किस तरह होती हैं ये बात राठौड़ को तब पता चली जब 24 घंटे में भी आसींद पुलिस (तब कालियास कस्बे का पुलिस थाना आसींद
लगता था) द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं किया गया जबकि राठौड़ ने अभियुक्तों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। यही नहीं कारवाई करने के नाम पर आसींद थाने के तत्कालीन दीवान
राजूराम पलासिया ने पत्रकार राठौड़ से सुविधा शुल्क की मांग की थी। तब भीलवाड़ा के "जिला पत्रकार संघ" व जयपुर के "भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ" के हस्तक्षेप से भीलवाड़ा के तत्कालीन पुलिस
अधीक्षक बी.एल. सोनी के आदेश पर आसींद पुलिस द्वारा 24 घंटे बाद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। राठौड़ ने प्रिंट मीडिया में पत्रकारिता करते हुए कई दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक समाचार पत्रों
में काम किया। जिनमें दैनिक नवज्योति, दैनिक भास्कर भीलवाड़ा, अमृत राजस्थान (साप्ताहिक) जयपुर, संचार ज्योति (साप्ताहिक) जयपुर, पृथ्वी मंथन (पाक्षिक) सिरोही, किसान फीचर्स (मासिक) नई
दिल्ली आदि कई समाचार पत्र पत्रिकाओं में काम किया। राठौड़ कई पत्रकार संगठनों के सदस्य, पदाधिकारी के रूप में भी जुड़े रहे हैं। जिसमें प्रेस क्लब (सदस्य) भीलवाड़ा, जिला पत्रकार संघ (सदस्य
जिला कार्यकारिणी) भीलवाड़ा, भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ (जिलाध्यक्ष भीलवाड़ा 2005) जयपुर, भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ (जिला प्रभारी - भरतपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, दौसा 2006)
भारतीय कृषि पत्रकार संघ नई दिल्ली (सदस्य) आदि। 2011 से पत्रकार राठौड़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पत्रकारिता कर रहे हैं जो बतौर आज भी अनवरत जारी है। जिसमें "Metro Now India"
न्यूज चैनल नोएडा, "CNCC NEWS CHANNEL" न्यूज चैनल अहमदाबाद, "NTV NEWS CHANNEL" न्यूज चैनल मुंबई, "JAGDOOT NEWS CHANNEL" न्यूज चैनल (समूह संपादक)
बिहार, "SK NEWS CHANNEL" न्यूज चैनल मध्य प्रदेश, "SAT INDIA NEWS-24" न्यूज चैनल उत्तरप्रदेश, "JANADHIKAR NEWS CHANNEL" जयपुर राजस्थान
आदि। इनके साथ ही कई न्यूज पोर्टलों में भी सक्रिय रूप से कार्यरत हैं जिनमें जगदूत न्यूज पोर्टल, SAT INDIA न्यूज पोर्टल, गुंज टुडे न्यूज पोर्टल, ख़ास खबर न्यूज पोर्टल, जनाधिकार न्यूज पोर्टल, रुरल
डायरी न्यूज़ पोर्टल, जिद्दी रिपोर्टर न्यूज पोर्टल आदि। कई टीवी न्यूज चैनलों व न्यूज पोर्टलों में काम करते हुए राठौड़ ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह सही है कि आज की दुनिया में कोई भी इंसान जिंदगी में
आगे बढ़ने की और अग्रसर रहता है तो निःसंदेह उसके पीछे हौसला अफजाई करने वाले कम टांग खिंचाई करने वाले ज्यादा मिलते हैं। यही राठौड़ के साथ भी हुआ। राठौड़ ने अपने कस्बे कालियास कस्बे
सहित भीलवाड़ा जिले की कई मूलभूत समस्याओं व कई जनप्रतिनिधियों के घोटालों को प्रमुखता से उजागर किया था। जिसके चलते असामाजिक तत्वों, गुंडों के द्वारा जान से मारने की धमकियों व
जानलेवा हमलों का सामना करना पड़ा था। फिर भी राठौड़ ने जीवन में पत्रकारिता के असूलों से समझौता नहीं किया। यही कारण है कि उनकी पत्रकारिता आज भी अनवरत जारी है। यह सही है कि राठौड़
को जीवन में पत्रकारिता में मिले कई उतार चढ़ावों को देखते हुए काफी संघर्षपूर्ण सफर तय किया है जो निहायत ही काबिले तारीफ है। आज राठौड़ कई टीवी चैनलों, न्यूज पोर्टल, समाचार पत्रों सहित
कई पत्रकार संगठनों के विभिन्न पदों पर कुशलतापूर्वक कार्यरत हैं जो उनके विरोधियों के मुंह पर करारा तमाचा है। उनका पत्रकारिता में अपने असुलों से समझौता नहीं करना ही उनकी सफलता की कुंजी
है। *भैरू सिंह राठौड़ भीलवाड़ा (राजस्थान) 09799988158*
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