चमकी बुखार से निपटारा के लिए जिलाधिकारी आलोक रंजनघोष ने हरी झंडी दिखाकर 6 टीम को किया रवाना

 मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार से निपटने के लिए जिला प्रशासन, ग्रामीण विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इसके लिए सोमवार को समहारणालय से कला जत्था के 6 सदस्यीय टीम को रवाना किया गया। जो 250 से अधिक चमकी बुखार प्रभावित गांवों में जाकर लोक कलाओं के माध्यम से चमकी बुखार के प्रति लोगों को जागरुक करेगें।


यह जत्था उन्हें चमकी के लक्षण तथा उससे बचाव व सावधानियों के बारे में लोगों को नुक्कड़ नाटक , पोस्टर, बैनर, और पम्पलेट के माध्यम से जागरुक करेगी। इसके अलावे जिले की आंगनबाड़ी सेविकाएं, आशा , एएनएम और जीविका दीदी भी लोगों को घर और विद्यालयों में जाकर चमकी बुखार के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाएंगी. 



जागरूकता अभियान के 6टीम को किया गया रवाना ।
ज्ञात हो कि चमकी बुखार के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत 5 फरवरी से ही शुरु हो गयी है। जिसमें 9 माह से लेकर 10 साल तक के वैसे बच्चे जो टीकाकरण में छूट गये हो उन्हें 28 फरवरी तक प्रतिरक्षित कर दिया जाएगा। अभी तक 25 प्रतिशत बच्चेां को प्रतिरक्षित किया जा चुका है।

जिले की तैयारी के बारे में जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने बताया चमकी बुखार से निपटने के लिए नवंबर से ही तैयारी शुरु कर ली गयी थी। विगत 3 से 4 महीनों में हमने जागरुकता पर ध्यान दिया है। वहीं चमकी के समय के 2 महीने पहले से ही हमारा ध्यान इस बीमारी के बारे में जानकारी और बचाव के बारे में होगा।

इसके लिए नये आंगनबाड़ी केंद्र खोल सेविकाओं की नियुक्ति की जाएगी। वहीं कुपोषण से लड़ने के लिए वैसे केंद्र जहां सेविका नहीं हैं, जल्द ही नियुक्त करने की प्रक्रिया की जा रही है। चमकी बुखार से अक्रांत होने पर समय का बहुत महत्व है।

 हर एक मिनट बच्चों की जान बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि लक्षण दिखते ही फौरन उन्हें पीएचसी लेकर आएं। ताकि उनका उचित इलाज हो सके।


पीएचसी और एसकेएमसीएच में तैयारियां जोरों पर:

250 गावों मे चलाया जाएगा जागरूकता अभियान ।


डीएम रंजन घोष ने बताया चमकी बुखार से निपटने के लिए सभी प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 2 बेड के अलग वार्ड उपलब्ध हैं। उनमें वातानुकूलित तथा आपातकालीन दवाईंयों की व्यवस्था की गई है। वहीं एसकेएमसीएच में फरवरी के अंतिम या अप्रैल के शुरुआती हफ्ते में पीआइसीयू का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

 वहीं नव निर्मित एमसीएच में भी चमकी के मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था होगी।  विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष अधिक से अधिक प्राइवेट अस्पतालों को इलाज के लिए तैयार किया गया है। वहीं वहां इलाज कराने वाले मरीजों को आयुष्मान भारत का कार्ड बना कर दिया जाएगा। जिससे उन्हें 5 लाख तक की राशि का ईलाज मुफ्त होगा।

दूसरे जिलों से आएगें चिकित्सक:  


चमकी बुखार से निपटने के लिए जरुरत के अनुसार दूसरे जिलों से भी चिकित्सक बुलाए जाएगें। जिन्हें पहले से ही चिन्हित कर लिया गया है। वहीं जिले के एमओआइसी और चिकित्सकों की टीम को दिल्ली एम्स में चमकी बुखार से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। एईएस से प्रभावित इलाकों में जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में सूचीबद्ध है और उनका मकान नहीं बना है वैसे लोगों को प्राथमिकता के आधार पर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत जल्द ही मकान दिया जाएगा।

प्रभावित प्रखंडों पर विशेष ध्यान 


जिले के 5 प्रखंड मुसहरी, बोचंहा, मोतीपुर , कांटी और मीनापुर जहां चमकी का प्रभाव पूर्व में ज्यादा रहा है. इस इलाके में विशेष तौर पर ध्यान दिया जा रहा है। यहां ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से भी चमकी संबंधी जागरुकता फैलायी जा रही है।
कला जत्था भेजेगें रिपोर्ट

कला जत्था की टीम लोगों से संवाद करेंगे. साथ ही इन सभाओं की फोटो खींच डीएम कार्यालय के वाह्टसएप ग्रुप पर भेजेंगें। जिससे उनके द्वारा किए गए कार्यों की भी समीक्षा हो सकेगी.


मौके पर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष, डीपीआरओ कमल सिंह, सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह, डीपीएम बीमी वर्मा, भीबीडीओ डॉ. सतीश कुमार, एसीएमओ डाॅ विनय कुमार शर्मा, भीबीडीसी प्रीतीकेश एवं अन्य जिलास्तरीय अधिकारी एवं स्वास्थकर्मी उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment