आतंकवाद की जन्मस्थली चाहे वह सीमा पार हो या देश के भीतर निर्णायक कार्रवाई हो

शामली थानाभवन। पहलगाम में निर्दोष प्रयटको की निर्मम हत्या को लेकर राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, सगंठनो के पदाधिकारियो की बैठक मे कायरता पूर्ण हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंक, आतंगवाद, पनाहगार, का समूल नाश करने की केन्द्र सरकार से मांग की गई। थानाभवन नगर के मंदिर ठाकुर द्वारा मे बजरंग दल की एक बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पदाधिकारी शालू राणा ने कहा कश्मीर के पहलगांव मे हाल ही में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर पूरे देश को झनझोर कर रख दिया है। साथ ही इस हमले ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर दिया जो जांच का विषय है। 26 निर्दोष पर्यटकों को उनकी जाति और धर्म पूछ कर गोलियों से छलनी कर देना सिर्फ एक जघन्य अपराध नहीं बल्कि यह मानवता के मूल्यों पर सीधा हमला है। यह घटना न केवल आतंकियों की हैवानियत को दर्शाती है बल्कि यह भी सिद्ध करती है कि अब केवल आतंकियों को मार गिराना ही पर्याप्त नहीं, बल्कि उनके सरंक्षक, समर्थनकर्ता और उन्हें पनाह देने वाले पूरे तंत्र को जड़ से खत्म करना होगा। विहिप के मठ मंदिर प्रमुख भारत भूषण शर्मा ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि समय आ गया है कि केंद्र सरकार इस घटना को एक चुनौती के रूप में स्वीकार करे। विपक्ष को भी इस समय दोगली राजनिति न करके राष्ट्र हित मे सरकार के साथ खुले मन से साथ रहना चाहिये। कथनी करनी मे भेदभाव नही होना चाहिये और आतंकवाद को केवल सीमित दायरे में रोकने के बजाय उसके मूल स्रोत पर प्रहार करते हुये नेस्तनाबुद करने मे सरकार का साथ देना चाहिये। आतंकवाद की जन्मस्थली चाहे वह सीमा पार हो या देश के भीतर छिपी है। उस पर निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है। जब तक आतंकवाद की जड़ को उखाड़कर समाप्त नहीं किया जाएगा, तब तक ऐसी घटनाएं देश की अखंडता और आम नागरिकों की सुरक्षा को लगातार खतरे में डालती रहेंगी।पिछले वर्षों में भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं। जिनमें अनेक बड़े आतंकी ढेर किए गए। राकेश काम्बोज ने कहा अब आवश्यकता है कि इनपर कार्रवाइयों को और व्यापक, निर्णायक और स्थायी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि आतंक को जन्म देने वाले विचारधारा के केंद्र, प्रशिक्षण शिविर और आर्थिक मदद देने वाले नेटवर्क पर सीधा प्रहार जरूरी है। इसके लिए केंद्र सरकार को पूरी राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान जैसे देशों को बेनकाब करना चाहिए जो आतंक को समर्थन देते हैं व्यापारी सुधीर गर्ग ने समाज और मीडिया से भी अपील की कि वे इस लड़ाई में सकारात्मक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि हमें आतंक को किसी धर्म या जाति से जोड़ने की भूल नहीं करनी चाहिए, बल्कि इसे मानवता के दुश्मन के रूप में पहचानकर एकजुट होकर मुकाबला करना चाहिए।यह हमला एक चेतावनी है कि आतंकवादी तत्व आज भी हमारे देश की शांति और एकता को चुनौती दे रहे हैं। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह इस घटना को एक मोड़ के रूप में ले और आतंकवाद के विरुद्ध एक निर्णायक युद्ध छेड़े, जिससे आगे कोई भी निर्दोष अपनी जान न गंवाए। आज देश के हर जागरूक नागरिक की आवाज बन चुकी है — अब समय आ गया है कि आतंकवाद को जड़ से समाप्त किया जाए। बैठक मे संजय राणा, बिन्नी राणा, संजय कश्यप, लवी राणा, सुशील कुमार आदि मौजूद रहे। रिपोर्ट-पंकज उपाध्याय थानाभवन शामली
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