कैराना में सागर प्रजापति ने मेला को बना दिया है खतरनाक ताबूत: व्यापारियों पर संकट के बादल

कैराना। आगामी 15 मई को होने वाले मेला महोत्सव की चर्चा हर तरफ हो रही है, लेकिन इसी के साथ एक गंभीर चिंता भी खड़ी हो गई है। कस्बे के व्यापारी अब संकट में हैं , क्योंकि मेरठ का ठेकेदार सागर प्रजापति एक बार फिर कैराना में अपने घिनौने खेल का जाल फैलाने की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार, सागर प्रजापति ने मेला महोत्सव को सट्टे के बाजार में तब्दील करने का योजनाबद्ध प्रयास किया है। गरीब लोगों की मेहनत की कमाई को सट्टे के जाल में लूटने की उसकी मंशा स्पष्ट है, जोकि सीधे तौर पर व्यापारियों और स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन गई है। इस स्थिति में व्यापारी वर्ग चिंतित है कि कहीं फिर से उनके निवेश का भविष्य खतरे में न पड़ जाए। शासन और प्रशासन की लापरवाही भी चिंताजनक साबित हो रही है। पिछले मेले में एक 11 वर्षीय बालक के साथ हुआ हादसा क्या भुला दिया गया है? मेला ठेकेदार सागर प्रजापति की लापरवाही के कारण वह बच्चे गंभीर रूप से घायल हुआ था। पीड़ित परिवार ने इससे संबंधित पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन सागर प्रजापति की रसूखदारी और पैसे के बल पर उसे पार्टी और सज़ा से बचा लिया गया। गुलवेज आलम इस मामले की पुष्टि विभिन्न स्थानीय सूत्रों द्वारा की गई है, जिन्होंने बताया कि प्रशासन की मौन सहमति से मेला महोत्सव की योजनाएँ नहीं केवल व्यापारियों के लिए, बल्कि स्थानीय जनता के लिए भी एक बड़ा खतरा बन गई हैं। व्यापारियों का सवाल है कि क्या प्रशासन ने फिर से इस हादसे से कोई पाठ नहीं सीखा है? क्या सागर प्रजापति को फिर से हरी झंडी दिखाने की तैयारी है? ऐसी हालात में व्यापारी वर्ग अपने सुरक्षाबंधन की फिर से मांग कर रहा है और स्थानीय समाजसेवियों से अपील कर रहा है कि वे इसे रोकने के लिए हस्तक्षेप करें। इस मेले की रौनक और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि सागर प्रजापति जैसे मेला ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की जाए। वरना, ये मेला महोत्सव केवल व्यापारियों के लिए नहीं, बल्कि स्थानीय जनता के लिए भी एक बड़ा खतरा बन कर रह जाएगा। अब देखना यह है कि प्रशासन कब और कैसे इस चुनौती का सामना करेगा!

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