शामली। कभी-कभी जिंदगी की सबसे खूबसूरत मुलाकातें बिना किसी योजना के हो जाती हैं, और वो सीधी दिल को छू जाती हैं। ऐसा ही एक मधुर पल जनपद शामली के गांव बुटराडा में देखने को मिला, जब संयुक्त पत्रकार महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी गुलवेज आलम, जो एक स्वतंत्र, निर्भीक और जनपक्षीय पत्रकार के रूप में पहचाने जाते हैं, उन्होंने दरोगा जी शहजाद अली, " कैराना नगर कंपनी के सर्वोच्च अधिकारी", से उनके निवास स्थान पर आत्मीय भेंट की।
यह मुलाकात सिर्फ दो पेशेवरों की औपचारिक भेंट नहीं थी—यह दिलों की वो जुड़ाव भरी बातचीत थी, जहां सम्मान, स्नेह और विश्वास हर शब्द में झलक रहा था। दोनों की आंखों में एक-दूसरे के लिए आत्मीयता, और बातचीत में पारदर्शिता व मित्रता की वो मिठास थी जो किसी पुराने साथी की याद दिला दे।
गुलवेज आलम ने कहा, "दुनिया की सबसे खूबसूरत दौलत एक सच्चा दोस्त होता है, जो आपकी बात भी समझे और भावनाएं भी। आज शहजाद भाई से मिलकर वो अपनापन महसूस हुआ, जैसे बरसों पुराना रिश्ता हो।"
दरोगा शहजाद अली ने भी उसी भाव से जवाब दिया, "गुलवेज भाई जैसे लोग आज की पत्रकारिता में नई उम्मीदें जगाते हैं। उनकी सादगी, सोच और समर्पण ने दिल को छू लिया। जब संवाद दिल से हो, तो रिश्ता खुद-ब-खुद दोस्ती बन जाता है।"
मुलाकात के दौरान दोनों ने समाज की नब्ज को समझते हुए शिक्षा, नशा मुक्ति, युवा जागरूकता, ग्रामीण विकास और पारदर्शी प्रशासन जैसे मुद्दों पर खुलकर संवाद किया। हर विषय पर उनके विचारों में गंभीरता थी, लेकिन सबसे खूबसूरत बात यह रही कि इस बातचीत में कोई दिखावा नहीं था—सिर्फ एक सच्ची दोस्ती का उजला प्रतिबिंब था।
गांव बुटराडा की सादगी, मिट्टी की सौंधी महक और दिलों की गर्मजोशी ने इस मुलाकात को यादगार बना दिया। न कोई कैमरा, न कोई मंच, फिर भी ये पल इतना खास बन गया कि इसे शब्दों में समेटना मुश्किल है।
यह सिर्फ एक मुलाकात नहीं थी, यह दो सच्चे इंसानों की उस दोस्ती की शुरुआत थी, जो दिल से जुड़ी है, और समाज के लिए समर्पित है। समझो भारत न्यूज से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट
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