बिजली नहीं, परेशानी ही परेशानी: बिडोली गांव का बुझा ट्रांसफार्मर चार दिन से बना मुसीबत

बिजली नहीं, परेशानी ही परेशानी: बिडोली गांव का बुझा ट्रांसफार्मर चार दिन से बना मुसीबत📍बिडोली/झिंझाना | ✍🏻 शाकिर अली | "समझो भारत"

गर्मी अपने चरम पर है और ऊपर से बिजली का न होना… सोचिए कैसे गुजर रही होगी बिडोली सादात गांव के लोगों की ज़िंदगी। गांव के तालाब के पास लगा 100 केवीए का ट्रांसफार्मर पिछले चार दिन पहले रात में फाल्ट होने के कारण फुंक गया। तब से अब तक न बदला गया, न सुधारा गया।

गांव की गलियों में गर्मी से बेहाल लोग, कहीं पंखा नहीं, कहीं पानी नहीं। न पशुओं के लिए चारा मशीन चल पा रही है, न बच्चों का मोबाइल चार्ज हो रहा है। हर कोई इस कड़कती धूप में उम्मीद लगाए बैठा है कि शायद आज बिजली आ जाए — लेकिन हर दिन निराशा ही हाथ लग रही है।

बिजली नहीं, लेकिन लोगों का ग़ुस्सा तेज़ है

हाफिज मोहम्मद इनाम, दिलशाद, मुस्तकीम, दाऊद, नाज़िम, रहीस जैसे कई ग्रामीणों ने बार-बार ऊर्जा निगम के कर्मचारियों से गुहार लगाई, लेकिन जवाब मिलता है — "हो जाएगा..."। सवाल ये है कि कब होगा?

गांव में नल सूखे हैं, मोटरें बंद हैं, बच्चों की नींद उड़ी हुई है और पशु भूखे बैठे हैं। कोई कहता है — "पंखा नहीं तो ठीक, लेकिन पानी तो मिलना चाहिए!"

अधिकारी बोले: जल्द होगा समाधान

इस मामले पर जब अवर अभियंता संजीव सौरभ से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि "ट्रांसफार्मर फुंकने की सूचना मिल गई है, और जल्द ही नया ट्रांसफार्मर बदलकर गांववासियों की समस्या का समाधान किया जाएगा।"

प्रशासन से अब है उम्मीद

गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि इस भीषण गर्मी में उन्हें जल्द राहत दिलाई जाए। क्योंकि अब इंतजार की हदें पार हो चुकी हैं, और सब्र जवाब दे रहा है।


📢 अगर आपका गांव या मोहल्ला भी इसी तरह की समस्या से जूझ रहा है, तो आप हमें अपनी बात भेज सकते हैं। "समझो भारत" आपकी आवाज़ को मंच देने के लिए तत्पर है।

📞 रिपोर्टर: शाकिर अली | संपर्क: 8010884848
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