राधिका यादव हत्याकांड: जब पिता का अहं बेटी की उड़ान से टकरा गया

✍🏻 "समझो भारत" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका की विशेष रिपोर्ट
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गुरुग्राम, हरियाणा
देश को स्तब्ध कर देने वाला एक और दिल दहला देने वाला मामला गुरुग्राम से सामने आया है, जहाँ एक पिता ने महज़ 'लोग क्या कहेंगे' की मानसिकता में अपनी ही बेटी, पूर्व जूनियर टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव को गोली मार दी। इस जघन्य घटना ने सिर्फ़ एक बेटी की ज़िंदगी छीनी नहीं, बल्कि हमारे समाज की सोच और पितृसत्ता की जड़ें भी उजागर कर दी हैं।


🧕 बेटी बनी घर की कमाने वाली — पिता को चुभा ताना

राधिका यादव, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से न केवल देश में नाम कमाया, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) की रैंकिंग सूची में 1999वें स्थान पर जगह बनाई थी। उन्होंने फरवरी-मार्च 2025 में इंदौर, कुआलालंपुर और मलेशिया में ITF टूर टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया था।

लेकिन किसे पता था कि यह प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपने ही घर में असुरक्षित है?

पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, पिता दीपक यादव (49) को समाज के कुछ लोगों द्वारा यह कहे जाने पर कि "वो अपनी बेटी की कमाई पर पल रहा है", यह बात इतनी चुभ गई कि उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी। बेटी से अकादमी बंद करने को कहा, बहस हुई और अंततः गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे, नाश्ता बनाते समय तीन गोलियाँ चलाकर बेटी की सांसें छीन लीं।


🔫 हत्या का हथियार बना पिता का लाइसेंसी रिवॉल्वर

हत्या के लिए दीपक ने अपने लाइसेंसी रिवॉल्वर का प्रयोग किया। रिवॉल्वर घर के ड्राइंग रूम में फर्श पर पड़ी मिली।
घटना के समय राधिका की माँ घर पर नहीं थीं। गोली लगने के बाद राधिका के चाचा कुलदीप यादव और चचेरे भाई उसे लेकर सेक्टर 56 स्थित एशिया मैरिंगो अस्पताल पहुँचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


🎤 'कारवाँ' म्यूज़िक वीडियो बनी और भी विवाद की वजह

राधिका सिर्फ़ टेनिस खिलाड़ी नहीं थीं, बल्कि वह एक मल्टी-टैलेंटेड युवती थीं। हाल ही में उन्होंने एलएलएफ रिकॉर्ड्स के तहत एक म्यूज़िक वीडियो "कारवाँ" में काम किया था, जिसे लेकर दीपक नाराज़ था।
सूत्रों के अनुसार, दीपक ने राधिका से यह वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से हटाने को कहा था, जिस पर विवाद और बढ़ गया।


📄 FIR चाचा ने दर्ज कराई, आरोपी गिरफ़्तार

राधिका के चाचा कुलदीप यादव, जो आरोपी दीपक यादव के छोटे भाई हैं, ने थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। उन्होंने पुलिस को बताया:

"जब मैं ऊपर गया, तो राधिका को रसोई में बेसुध पाया। रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में पड़ी थी।"

दीपक यादव के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।


🎾 टेनिस के बाद कोचिंग में बनाई थी नई पहचान

SHO विनोद कुमार के अनुसार, चोट लगने के बाद राधिका प्रतियोगी टेनिस से दूर हो गई थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कोचिंग देना शुरू किया। वे पुरुष और महिला दोनों खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती थीं।
उनकी अकादमी में अब भी कई युवा खिलाड़ी अभ्यास करते हैं, जो उन्हें अपना आदर्श मानते थे।


📣 समाज को एक करारा तमाचा

यह घटना हमारे समाज के उस नंगे सच को उजागर करती है, जिसमें एक लड़की की मेहनत और सफलता उसके पिता की हीन भावना की शिकार बन जाती है।
बेटी की कमाई पर जीने को समाज का "अपमान" समझने वाला मानसिक रोग कितना खतरनाक हो सकता है, इसकी यह जीवित मिसाल है।


🕯️ श्रद्धांजलि या सवाल?

राधिका के सपनों को तीन गोलियों से खत्म कर देने वाला पिता अब सलाखों के पीछे है, लेकिन वह मानसिकता अब भी आज़ाद है जो कहती है —
“लड़की तो घर की इज़्ज़त है, कमाई की ज़रूरत नहीं”

अब सवाल उठता है: क्या हम ऐसी सोच को जड़ से खत्म कर पाएंगे?


✒️ रिपोर्ट: "समझो भारत" ब्यूरो टीम
📍 गुरुग्राम, हरियाणा
📞 8010884848 | #samjhobharat


📌 नोट: यदि आप घरेलू हिंसा या मानसिक दबाव का सामना कर रहे हैं, तो नजदीकी पुलिस स्टेशन या महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 पर संपर्क करें।


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