"बिजली समस्याओं को लेकर भाकियू (तोमर) का बाबरी उपकेंद्र पर धरना, चेतावनी: 15 दिन में समाधान नहीं तो एससी कार्यालय पर बड़ा आंदोलन"

बाबरी (शामली), 25 जून 2025।

शामली जनपद में बिजली व्यवस्था की बदहाली को लेकर किसानों का आक्रोश आखिरकार फूट पड़ा। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के नेतृत्व में बाबरी विद्युत उपकेंद्र पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया। सैकड़ों की संख्या में किसानों ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ आवाज बुलंद की।

इस प्रदर्शन का नेतृत्व युवा जिला अध्यक्ष जीशान चौधरी ने किया। धरने में संगठन के विभिन्न पदाधिकारी, कार्यकर्ता और किसान शामिल रहे, जिन्होंने मुख्यमंत्री के नाम आठ सूत्रीय ज्ञापन एसडीओ शामली को सौंपा।


🔌 क्या हैं किसानों की प्रमुख मांगें?

  1. ₹5000 से कम बकाया पर कनेक्शन कटौती बंद हो – किसानों का आरोप है कि मात्र ₹5000 के बकाया पर भी कनेक्शन काटे जा रहे हैं, जो अनुचित है।
  2. बिजली बिलों की गड़बड़ियों को लेकर बाबरी में कैंप लगें – बिलों में भारी त्रुटियां सामने आ रही हैं।
  3. बिना सुविधा शुल्क काम नहीं होता – किसानों ने आरोप लगाया कि उपकेंद्रों पर बिना रिश्वत के कोई कार्य नहीं किया जाता।
  4. सिंचाई के लिए 15 घंटे बिजली सुनिश्चित की जाए – वर्तमान में केवल 5-6 घंटे बिजली मिल रही है, जो फसलों के लिए अपर्याप्त है।
  5. जेई और लाइनमैन का व्यवहार असंवेदनशील – किसान अधिकारियों द्वारा फोन न उठाने और अभद्र भाषा के प्रयोग से परेशान हैं।
  6. मीटर खराब होने पर बदलाव नहीं – कई जगह महीनों से खराब मीटर जस के तस हैं।
  7. नई बस्ती बाबरी में बिजली खंभों और लाइनों की कमी – जिससे लोग अंधेरे और असुविधा में जी रहे हैं।
  8. अघोषित बिजली कटौती पर रोक लगे – पूरे जनपद में बेतरतीब कटौती हो रही है।

🧑‍🌾 धरने में गूंजा किसानों का स्वर

धरनास्थल पर किसान साफ तौर पर गुस्से में दिखे। उनका कहना था कि सरकार बड़े-बड़े दावे तो करती है, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। खेतों में पानी नहीं, बिलों में गड़बड़ियां, और अधिकारियों की लापरवाही से किसानों की हालत बदतर हो चुकी है।

🏛️ प्रशासन से हुई बातचीत

धरना कई घंटों तक चला। अंततः मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) मौके पर पहुंचे और किसानों की बात सुनी। कुछ प्रमुख बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, जबकि शेष समस्याओं के समाधान के लिए जल्द समीक्षा बैठक का भरोसा दिया गया।


⚠️ भाकियू की चेतावनी

यूनियन ने साफ कहा है कि यदि 15 दिनों के भीतर समाधान नहीं हुआ, तो वे एससी कार्यालय पर बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।


👥 धरने में मौजूद प्रमुख लोग

धरने में बड़ी संख्या में किसान और संगठन के नेता मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:

  • प्रदेश महासचिव: वकील चौहान
  • जिला अध्यक्ष: बंटी गुर्जर
  • जिला उपाध्यक्ष: यूसुफ
  • जिला सचिव: सद्दाम शाह
  • मीडिया प्रभारी: समीर खान
  • प्रवक्ता: केपी सिंह फौजी
  • नगर अध्यक्ष: साजिद अली
  • मंडल उपाध्यक्ष: उस्मान
  • और अन्य प्रमुख कार्यकर्ता: सोहेल खान, सदाकत, रिहान, प्रेम, नौशाद, फाजिल चौहान, अंकित, मिठू, अमन वर्मा, रोहित गोयल, हिमांशु गोयल आदि।

📌 निष्कर्ष:
बिजली संकट से जूझते किसानों की आवाज एक बार फिर सड़क पर गूंज उठी है। यूनियन ने साफ संदेश दे दिया है – “समाधान या संघर्ष।” अब देखना यह है कि शासन-प्रशासन इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेता है।


✍️ रिपोर्ट: गुलवेज़ आलम
📱 संपर्क: समझो भारत न्यूज़ | 8010884848
📍 स्थान: बाबरी, जिला शामली
📅 दिनांक: 25 जून 2025

No comments:

Post a Comment