ईरान की बर्बादी: एक मज़लूम की आह

ईरान की बर्बादी की कहानी बहुत पुरानी है, और इसके पीछे के कारण भी बहुत गहरे हैं। एक पिता को उसकी बेटी के सामने सरेआम फांसी पर लटकाने की घटना ने दुनिया भर में आक्रोश फैला दिया। यह घटना न केवल ईरान की न्याय प्रणाली की विफलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक मज़लूम की आह पूरे देश को बर्बाद करने की ताकत रखती है।

*महिलाओं के अधिकारों का हनन*

ईरान में महिलाओं के अधिकारों का हनन एक बड़ी समस्या है। बुरका न पहनने पर महिलाओं के बाल काट देना, नंगा घुमाने से लेकर पीट-पीट कर मारना, और तड़प-तड़प कर दम तोड़ देना - ये सब घटनाएं ईरान में आम हैं। यह एक ऐसी संस्कृति है जिसमें महिलाओं और बच्चों का अपमान और शोषण होता है, और इसका परिणाम यह होता है कि देश बर्बाद हो जाता है।

*बेंजामिन नेतन्याहू का माध्यम*

अब बेंजामिन नेतन्याहू ईरान की बर्बादी का माध्यम मात्र हैं। लेकिन यह समझना जरूरी है कि ईरान की बर्बादी के पीछे के कारण बहुत गहरे हैं। यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का हनन होता है, और इसका परिणाम यह होता है कि देश बर्बाद हो जाता है।

*एक मज़लूम की आह*

एक मज़लूम की आह पूरे देश को बर्बाद करने की ताकत रखती है। यह एक ऐसी शक्ति है जो दुनिया भर में सुनाई देती है, और इसका परिणाम यह होता है कि देश बर्बाद हो जाता है। ईरान की बर्बादी की कहानी एक ऐसी ही आह की कहानी है, जो दुनिया भर में सुनाई दे रही है। समझो भारत

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