दिल्ली। युद्ध के दौरान देश की दो बेटियों ने देश को सुरक्षा दिलाते हुए आतंकवाद का खात्मा किया वहीं दूसरी तरफ शिक्षा के क्षेत्र में भी बेटियां किसी से कम नहीं होतीं और ये साबित कर दिखाया है दिल्ली के यमुना विहार की आफरीन खान ने। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में टॉप करने वाली छात्राओं में आफरीन खान का नाम भी शामिल हुआ है। आफरीन ने टॉप अंक हासिल कर नया कीर्तिमान रचा है।
दिल्ली के यमुना विहार की रहने वाली आफरीन खान लिटिल फ्लॉवर्स पब्लिक स्कूल शिवाजी पार्क शाहदरा,दिल्ली की छात्रा हैं। उनके पिता अमजद खान फैंसी लाइट्स का शोरूम चलाते हैं और माता नर्गिस खान एक साधारण गृहिणी हैं। आफरीन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उसने कहा कि जब भी उसे किसी विषय में कठिनाई होती थी, उसके माता-पिता और शिक्षक लगातार उसका मार्गदर्शन करते और मनोबल बढ़ाते थे। जैसे ही आफरीन के टॉप करने की खबर सामने आई, घर में खुशी के साथ उसका भव्य स्वागत किया गया।
स्कूल परिसर में खुशी का माहौल था और शिक्षक, छात्र व अभिभावक सभी गौरव महसूस कर रहे थे। आफरीन ने बताया कि उसने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया, केवल एनसीईआरटी की किताबों से ही पढ़ाई की। उसकी दिनचर्या में निरंतरता, अनुशासन और आत्मविश्वास सबसे अहम रहा। पढ़ाई के दौरान जब भी उसे लगता कि वह कोई बात भूल रही है, तो वह तब तक दोहराती रहती जब तक पूरी तरह आत्मसात न हो जाए।
छात्रों के लिए संदेश देते हुए आफरीन ने कहा कि निरंतर पढ़ाई और डाउट्स को क्लियर करना बहुत जरूरी है। परेशानियां आएंगी लेकिन हार नहीं माननी चाहिए। मेहनत और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है। आफरीन की माता नर्गिस खान ने बताया कि उन्होंने कभी भी बेटी पर पढ़ाई का दबाव नहीं डाला। आफरीन खान खुद से ही पढ़ाई करती थी और देर रात तक पढ़ने की आदत थी।
नर्गिस खान ने कहा कि जब बच्चों की मेहनत रंग लाती है तो माता-पिता के लिए इससे बड़ी खुशी कुछ नहीं होती। गौरतलब है कि आफरीन खान ने 10वीं कक्षा में भी अपने स्कूल में टॉप किया था। अब एक बार फिर उन्होंने टॉप अंक हासिल करके अपने मां बाप का नाम रोशन किया है। उनकी सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो सादगी और लगन के बल पर ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं। समझो भारत न्यूज नई दिल्ली से प्रधान संपादक ज़मीर आलम की रिपोर्ट
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